मानुष जीवन संघर्ष का पर्याय है। जिसके जीवन का संघर्ष खत्म समझो वो मृत के समान हैं। जीवन और संघर्ष एक दूसरे के पूरक हैं। अतः हमें कभी भी संघर्षो से दूर नही भागना हैं, हमें डटकर मुकाबला करना है।
लहरों से डरकर नोका पार नही होती,
संघर्ष करने वालों की कभी हार नही होती।।
।।जय हिंद।।
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